आज गणेश चतुर्थी हे ,आज दुनिया में सबसे पहले पूजे जाने वाले भगवान का त्न्योहर हे ,आप को यह जानकर अत्यंत खुसी होगी की गणेश जी हमारे देश के अलावा विदेशो में भी पूजे जाते हे | चलो जानते हे .....
धर्म का देश हे भारत |आस्था यंहा के लोगो की रग-रग में समायी हे | देश का कोई भी भाग हो भगवन गणेश सामान रूप से पूज्य हे हे | गणपति की श्रदा अब किसी देश की सीमओं से बंधी हुयी नहीं हे | दुनिया के अनेक देशो में गणपति या उनके सवरुपो की विविध नामो से अर्चना की जाती हे |नेपाल :-
भगवान गणेश को नेपाल में "सूर्ये गणपति" कहा जाता हे | सूर्य विनायक का मंदिर काठमांडू के निकट भालगाव जिले में हे | यंहा सूर्य विनायक की एक सिर और चार हाथ वाली दिव्य प्रतिमा दो चूहों पर सवार हे |
म्यांमार :-
मायामर में गणेश को महापिनी नाम से पुकारा जाता हे |मंगोलिया में गणपति को धोटाकर कहा जाता हे | तिब्बत में गणेश जी की पूजा सोकापरक नाम से की जाती हे |कम्बोडिया में हल ही में भगवान गणेश की एक दुर्लभ प्रतिमा मिली हे ,इसे 13 वि सदी से भी पुरानी बताया जा रहा हे | इस प्रतिमा में भगवान गणेश कम्बोडियन मुकुट पहने हुवे हे | चित्र देखे :-
जापान में भगवान गणेश को विनायक्ष और जावा में कालांतक के नाम से पुकारा जाता हे |बाली में भगवान गणेश को आग के देवता के रूप में देखा जाता हे |
यंहा तक की ईरान में भी भगवान गणेश की एक प्रतिमा पाई गयी हे | लुरिस्थान में पाई गयी इस प्रतिमा में गणपति के हाथ में एक तलवार हे | फिलहाल पेरिस के म्यूजियम में रखी गयी इस प्रतिमा को 1200 साल पुराना बताया जा रहा हे | योद्दा वाली गणेश की प्रतिमा में वे बाये हाथ में सर्प धारण किये हुवे हुवे हे , जबकि दांये हाथ में त्रिसुल हे | इस प्रतिमा की विचित्र बात यह हे की इसमें भगवान गणेश की दाढ़ी दिकायी गयी हे |
अफगानिस्तान :-
यंहा गणेश जी को अलिधुराना नाम से जाना जाता हे |
यूनान :-
यूनान में "जेनस" नाम से गणेश जी की पूजा की जाती हे | जेनस को बुधि का देवता और प्रथम पूज्य माना जाता हे |
ऑनलाइन गणपति बप्पा :-
मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर अब ऑनलाइन हे , आप भी कीजिय सिद्धि विनायक की पूजा बस एक क्लिक द्वारा तो यंहा क्लिक करे |