"मोबाइल" वर्तमान समय में "लोगो" के जीवन का महत्वपूर्ण अंग हे |"खाद्य पदार्थो" से भी अधिक सस्ता होने के कारण इसकी पंहुच समाज के प्रत्येक वर्ग तक हो गयी हे | "मोबाइल" के फायदों से हम सब परिचित हे | पर कहते हे ने की "एक सिक्के के के दो पहलु होते हे" तो जाहिर हे "मोबाइल" से बात करना आपके लिए और हमारे लिए "खतरनाक" हो सकता हे | हमारे यंहा तो इस बारे में एक बात इस तरह प्रचलित हो गयी हे की "मोबाइल","मोटरसाईकिल" और "मोत" इन तीनो की राशी एक हे |
क्या आपने कभी सोचा हे की "मोबाइल" पर बात करना कितना "खतरनाक" हो सकता हे ? "अपोलो" की मेडिकल टीम द्वारा किये गये एक ताजा "शोध" के मुताबिक "फोन" को "दांये" कान पे रखकर बात करने से "इंडोथीलियल सेल" को "नुकसान" पंहुचता हे | "Human इंडोथीलियल सेल" दिमाग में रक्त वाहिकावो से जुडी होती हे | "दाये" कान पे "मोबाइल" रखकर बाते करने पर "मोबाइल" से "मैक्रो वेव तरंगे" उत्पन होती हे | यह रेडिएसन "ब्लड ब्रेन बेरियर " को नुकसान पंहुचता हे | एक घंटे तक लगातार बात करने पर "इंडोथीलियल सेल " पर लगातार दवाब पड़ता हे |
इन "नतीजो" के आधार पर वैज्ञानिको ने "मोबाइल" उपयोग करतावो को थोड़ी "सावधानिया" बरतने को कंही,जिससे इन "खतरों" से थोड़ी "राहत" मिल सके |
१.इस "शोध" के आधार पर "वैज्ञानिको" ने "मोबाइल" फोन से "बांये" कान से सुनने की सलाह देते हे |
२.जब आप मोबाइल से बात करते हे तो उसमे से "रेडिएसन" निकलती हे, उसकी मात्र "SAR" हे ,उन्होंने कहा की आपके "मोबाइल" से 1.6 वाट प्रतिकिलो से कम मात्रा में "SAR" निकलनी चाहिए |अत:"मोबाइल" खरीदते समय उसका "SAR" जरुर देख ले |
३."रात" को "सोते" समय इसे "तकिये" के पास न रखे |
४."बात करते" समय इसे सुविधानुसार "कान" से दूर रखे |
५. आप बात करते समय "मोबाइल" से "loud speaker" का इस्तेमाल "अधिक" से "अधिक" करे |