दो अक्टूबर और भरतीय इतिहास
A. 2 अक्टूबर 1869 :- यह दिन भारतीय इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन है | इसी दिन देश के महानायक "मोहन दास करमचंद गाँधी " का जन्म हुवा | इन्होन ही देश को परतंत्रता की बैड़ीयु से मुक्त करवाया | इनके पास दो ऐसे हथियार थे , जो नपोलियन व सिकंदर के पास भी नहीं थे | वह हथियार थे-" अहिंसा और सत्य " | देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को हम श्रधा ,सम्मान और स्नहे से बापू कहते है |
B. 2 अक्टूबर 1904 :- लालबहादुर शास्त्री का जन्म मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में लाल बहादुर श्रीवास्तव के रुप में हुआ था।यह 1963-1965 के बीच भारत के प्रधान मन्त्री थे। शास्त्रीजी को उनकी सादगी, देशभक्ति और इमानदारी के लिये पूरा भारत श्रद्धापूर्वक याद करता है। उन्हे वर्ष 1966 मे भारत रत्न से सम्मनित किया गया। इन्होन देश को एक जोशीला नारा दिया -
C . 2 अक्टूबर 1959:- देश के प्रथम प्रधान मन्त्री जवाहर लाल नहरू ने इसी दिन मेरे गृह जिले नागौर से "पंचायत राज " की शुरुवात की |
D. 2 अक्टूबर 2005 :-इस दिन से 2 अक्टूबर को पूरे विश्व में "अन्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस " के रूप में मनाया जाने लगा | यह बापू को पूरे संसार की और से दिया गया सम्मान है |
A. 2 अक्टूबर 1869 :- यह दिन भारतीय इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन है | इसी दिन देश के महानायक "मोहन दास करमचंद गाँधी " का जन्म हुवा | इन्होन ही देश को परतंत्रता की बैड़ीयु से मुक्त करवाया | इनके पास दो ऐसे हथियार थे , जो नपोलियन व सिकंदर के पास भी नहीं थे | वह हथियार थे-" अहिंसा और सत्य " | देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को हम श्रधा ,सम्मान और स्नहे से बापू कहते है |
आने वाली सदियाँ विश्वास नहीं करेगी की हमारी धरती पर हाड और मांस का एक ऐसा आदमी भी पैदा हुवा था :-अल्बर्ट आइन्सटीन
"ईश्वर अल्लाह तेरे नामसबको सन्मति दे भागवान"
B. 2 अक्टूबर 1904 :- लालबहादुर शास्त्री का जन्म मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में लाल बहादुर श्रीवास्तव के रुप में हुआ था।यह 1963-1965 के बीच भारत के प्रधान मन्त्री थे। शास्त्रीजी को उनकी सादगी, देशभक्ति और इमानदारी के लिये पूरा भारत श्रद्धापूर्वक याद करता है। उन्हे वर्ष 1966 मे भारत रत्न से सम्मनित किया गया। इन्होन देश को एक जोशीला नारा दिया -
"जय जवानजय किसान "
C . 2 अक्टूबर 1959:- देश के प्रथम प्रधान मन्त्री जवाहर लाल नहरू ने इसी दिन मेरे गृह जिले नागौर से "पंचायत राज " की शुरुवात की |
D. 2 अक्टूबर 2005 :-इस दिन से 2 अक्टूबर को पूरे विश्व में "अन्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस " के रूप में मनाया जाने लगा | यह बापू को पूरे संसार की और से दिया गया सम्मान है |