वैज्ञानिकों का दावा है कि मस्तिष्क में बिजली का हल्का-सा झटका लगा कर खोई हुई याददाश्त फिर से प्राप्त की जा सकती है |शोधकर्ताऔ का कहना है कि इससे खोई हुई याददाश्त काफी हद तक वापस लौट सकती है। इस उपचार में मस्तिष्क के कुछ खास न्यूरॉन्स को उत्तेजित किया जाता है।
से में जब कोई आदमी अपने दिमाग में किसी नाम को याद करना चाहता है तो एकाएक न्यूरॉन्स सक्रिय होकर काम करना शुरू कर देते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि इस तकनीक को विकसित किया जाए तो इससे स्ट्रोक पीड़ितों और जिन लोगों की याददाश्त बुढ़ापे या फिर अन्य कारणों से बहुत मंद हो चुकी है, का इलाज किया जा सकता है।
जहां तक मस्तिष्क में बिजली के झटके की मात्रा का सवाल है, तो शोधकर्ताओं का कहना है कि मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति के इलाज में जो परंपरागत विजली का झटका दिया जाता है, उसकी तुलना में याददाश्त के लिए दिया जाने वाला इलेक्ट्रिक शॉक बहुत हल्का है। शोध में मंद याददाश्त वाले कुछ वालेंटियर्स की खोपड़ियों पर इलेक्ट्रोड के जरिए 1-2 मिलीएम्पस का करंट प्रवाहित किया गया।
चेतावनी :-इस प्रकार का प्रयोग घर पर न करे |